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लक्ष्मी माता आरती – शुक्रवार व्रत | VedicYuga.com
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ॐ जय लक्ष्मी माता आरती 💰

Audio Courtesy: VedicYuga Bhajan Archives
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुमको निशदिन ध्यावत, हरि विष्णु विधाता॥ ब्रह्माणी, रुद्राणी, तुम कमला रानी
आगम-निगम पुराण, तुम्हीं गुण खानी॥

तुम ही पाताल-बसंती, तुम ही शुभदाता
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥

जिस घर में तुम रहती, सब सद्गुण आता
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता॥

तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥

शुभ-गुण मंदिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥

महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई गाता
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुमको निशदिन ध्यावत, हरि विष्णु विधाता॥
शुक्रवार व्रत विधि: सफेद या पीले वस्त्र धारण करें, सफेद फूल चढ़ाएं, खीर का भोग लगाएं, इस आरती का 11 बार पाठ करें।

लाभ:

  • धन-धान्य में वृद्धि
  • पारिवारिक सुख-शांति
  • नौकरी/व्यवसाय में प्रगति
  • कर्ज से मुक्ति
  • वैवाहिक जीवन में सुख