25 Mar Aarti Kunj Bihari Ki
Posted at 14:09h
in Aarti
आरती कुंज बिहारी की
Audio Courtesy: BhaktiSagar.com
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला॥
श्री अंगना कुंजन में, रास रचात नंदलाला॥
चंद्रिका चमके ज्यूं, मृग ढूंढत उजियारा॥
तारा तमाल स्याम, प्यारो यशोदा बलिहारी॥
माखन चोर छैल छबीले, चिकने घुंघराला॥
श्री अंगना कुंजन में…
आँखिन में अंजन काजल, दृगन में दमक बिजुरी॥
माथे पर तिलक सोहे, मुकुट छबि छुरी॥
श्री अंगना कुंजन में…
कानन में कुण्डल डोले, अधरन में धार मुरली॥
छोटे छोटे घुंघरू, बजत पैंजनिया॥
श्री अंगना कुंजन में…
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला॥
गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला॥
श्री अंगना कुंजन में, रास रचात नंदलाला॥
चंद्रिका चमके ज्यूं, मृग ढूंढत उजियारा॥
तारा तमाल स्याम, प्यारो यशोदा बलिहारी॥
माखन चोर छैल छबीले, चिकने घुंघराला॥
श्री अंगना कुंजन में…
आँखिन में अंजन काजल, दृगन में दमक बिजुरी॥
माथे पर तिलक सोहे, मुकुट छबि छुरी॥
श्री अंगना कुंजन में…
कानन में कुण्डल डोले, अधरन में धार मुरली॥
छोटे छोटे घुंघरू, बजत पैंजनिया॥
श्री अंगना कुंजन में…
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला॥